Parcel Fraud in Hindi - सावधान! आपके साथ भी हो सकता है |

         आज हम एक नए तरह के फ्रॉड (fraud and its types) के बारे में बात कर रहे है। कई लोगो के साथ तो ये हो चूका है पर अगर आप सावधान रहेंगे तो ही आप बच सकते है। ऐसे फ्रॉड्स (fraud example) जिनके साथ होते है वो अक्सर इसकी चर्चा नहीं करते है, क्योकि वो सोचते है कि लोग उनको बेवकूफ समझेंगे। बस इसी कारण से ये Fraud लगातार बढ़ रहे है। आज इस लेख में इस प्रकार के सभी फ्रॉड (fraud alert) के बारे में बात करेंगे तो लेख को पूरा पढ़े -

CASE 1 समझने के लिए इसे एक कहानी का रूप दिया गया है -

        एक दिन रमेश के पास कोई बड़ी कंपनी के नाम से एक मैडम का कॉल (fraud calls) आता है कि आप हमारे रेगुलर कस्टमर है तो कंपनी की तरफ से आपको एक महंगा फ़ोन जिसकी मार्किट कीमत 15,000-20,000 है वो केवल आपको 3000 में भेज रहे है। यह केवल VIP कस्टमर को ही मिलता है। अभी आपको कुछ भी पेमेंट नहीं करना है। जब आपके पास पार्सल आ जाएगा तो आपको अपने पोस्टमैन को ये पैसा देना होगा और आप पार्सल लेने से पहले उसे खोलकर भी देख सकते है। (जबकि ऐसा कोई नियम Post Office Parcel Rules में नही है, आप केवल Post office Parcel लेकर ही उसे ओपन कर सकते है) रमेश खुश हो जाता है कि कंपनी ने मुझे कम पैसे में बढ़िया मोबाइल दिया है। इस प्रकार की बातों में आकर रमेश उनको पार्सल भेजने के लिए बोल देते है। कही बार मना करने के बाद भी पार्सल भेज दिया जाता है।  

अब होती है कहानी शुरू - (Parcel delivery fraud)

    पार्सल पोस्ट ऑफिस में पहुंचने की सूचना भी रमेश को सबसे पहले कंपनी (fraud company) के द्वारा कॉल करके दे दी जाती है। साथ ही हिदायत दी जाती है पोस्टमैन को ये मत बताना कि इसमें महंगा मोबाइल है नहीं तो पोस्टमैन खुद ही पार्सल लेकर निकल लेगा। और कोई भी प्रॉब्लम आये तो वापस इस नंबर (parcel fraud helpline) पर कॉल कर देना। थोड़ी देर में पोस्टमैन आ जाता है या उसका कॉल आ जाता है। और रमेश ख़ुशी ख़ुशी पैसे लेकर पोस्टमैन के पास जाता है। रमेश पोस्टमैन को पार्सल ओपन करने के लिए कहता है लेकिन पोस्टमैन मना कर देता है। क्योकि ये नियम में नहीं है। कई बार पोस्टमैन अपने (parcel frauds India)  एक्सपीरियंस से कह भी देता है ये फ्रॉड पार्सल (fraudulent Parcel) हो सकता है।
    थोड़ी देर की बहस से बाद रमेश वापस उसी मैडम को कॉल करता है और पार्सल खोल कर नहीं देने के बारे में बताता है। मैडम रमेश को कई प्रकार से समझाकर पार्सल लेने के लिए राजी कर देती है। बताती है कि पोस्टमैन को आईडिया लग गया है कि इसमें क्या है और वो आपको बेवकूफ बनाकर मोबाइल खुद ही ले लेगा। और पार्सल नहीं लेने पर पोस्ट ऑफिस द्वारा 5000 तक की पेनल्टी लगायी जाएगी। (जबकि ऐसा भी कोई नियम नहीं है ) 
     यदि पार्सल लेने पर मोबाइल नहीं निकले तो आप कम्प्लेन नंबर (fraud complaint) पर कॉल करके मेरी कम्प्लेन कर देना। इस प्रकार रमेश अंत में उस पार्सल को 3000 रुपए देकर ले लेता है और पोस्टमैन के सामने ही खोलता है। वजन से भी लग रहा है कि अंदर मोबाइल ही है। अब जब पार्सल खोला तो उसमे से एक मोबाइल की फोटो, लकड़ी के टुकड़े और पत्थर निकलते है।
    रमेश पोस्टमैन को अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताता है और रिक्वेस्ट करता है कि वो पार्सल वापस लेकर पैसे लौटा दे। लेकिन अब कुछ नहीं हो सकता है। जैसा मैडम ने बताया fraud hone par kya kare- कम्प्लेन करने के लिए उस बॉक्स में एक मोबाइल नंबर बड़े बड़े अक्षरों में लिखे थे। (अभी कहानी ख़त्म नहीं हुई है और इस प्रकार रमेश के साथ पहला फ्रॉड यहाँ 3000 का होता है )
    मोबाइल, कंपनी के जूते, कंपनी की घडी जैसे प्रलोभन देकर आपके साथ ढगी हो सकती है। अतः सावधानी ही बचाव है। हमेशा ऐसे कॉल को अपना विवरण नहीं देवे। ऑनलाइन शॉपिंग के लिए फ्लिपकार्ट,अमेज़न, टाटा क्लिकस्नैपडील जैसी बड़ी कंपनी की ऑफिसियल साइट से ही खरीददारी करे। ये कंपनियां कभी भी कॉल नहीं करती है।

CASE 2 (fraud businessman in India )

    मायूस होकर रमेश घर आ जाता है। पहले मैडम को कॉल लगता है अब वो नंबर बंद आता है। गुस्सा होकर रमेश अपने आप से कहता है - मैडम की शिकायत करके उसको सजा दिलाऊंगा। अब रमेश पार्सल में लिखे नंबर पर शिकायत (fraud case complaint) के लिए कॉल करता है। एक आदमी कॉल रिसीव करता है और पूरी मदद करने का आश्वासन देता है। कुछ जानकारी रमेश से लेता है तो रमेश को लगता है अब मेरा मोबाइल मुझे मिल जायेगा। सबसे पहले वो एटीएम कार्ड के नंबर मांगता है और उसके बाद मोबाइल में एक ऐप (fraud app) डाउनलोड करने को कहता है। रमेश fraud एप डाउनलोड करता है जो की स्क्रीन शेयर करने के काम आती है। अब रमेश को स्क्रीन पर आने वाले नंबर पूछे जाते है। और Accept करने के लिए बोला जाता है। और 5 मिनट में पार्सल वापस भेजने की प्रक्रिया पूरी करने का रमेश को बताता है। थोड़ी देर में दो तीन OTP मोबाइल पर आते है और उस एटीएम वाले अकाउंट में पड़े 9000 ठग द्वारा उड़ा लिए जाते है। बैंक और पुलिस (Cyber Crime) में कम्प्लेन की जाती है तो पता चला कि ढग ने कुछ खरीददारी की है और वो सामान डिलीवर हो गया है।  
    बैंक आपको कभी भी कॉल नहीं करता है। जब कभी भी कोई कॉल आता है तो OTP किसी को नहीं देवे। कोई पार्सल मंगवाने पर कस्टमर केयर नंबर गूगल से सर्च करके किसी भी मोबाइल नंबर पर कॉल नहीं करे। कोई भी एप डाउनलोड करके उसका एक्सेस किसी को नहीं देवे।  फ्रॉड होने पर तुरंत बैंक और पुलिस दोनों में कम्प्लेन करे।  

CASE 3 (fraud in Hindi) 

    उपरोक्त दो फ्रॉड के अलावा एक और तरह का फ्रॉड भी होता है। इसमें आपके पास एक कॉल आता है और आपको लोटरी में 2 या 5 लाख का इनाम और एक सोने की अंगूठी खुलने के बारे में बताया जाता है। और उस चेक को भेजने का डाक खर्च 2500 से लेकर 5000 तक आपके पोस्टमैन को देने के लिए बोला जाता है।  आपका पत्ता और कुछ इनफार्मेशन पहले से ही ले ली जाती है। कई बार आपके मना करने के बावजूद आपको VPL (एक लिफाफा) भेज दिया जाता है और बताया जाता है इसमें चेक और अंगूठी है। ऊपर की तरह से आपको समझा कर उस लिफाफा को लेने के फायदे बताये जाते है। पोस्टमैन से आप VPL लेकर खोलते है तो उसमे केवल एक फॉर्म और एक तांबे की अंगूठी होती है। जब आप उनको कॉल करेंगे तो वो बताते है कि ये लेटर तो आपके एड्रेस वेरिफिकेशन के लिए है। इस फॉर्म को भरकर भेजने पर आपको आपका चेक भेज दिया जायेगा। दूसरी बार आपको 5000 का VPL भेजा जाता है और चेक के चक्कर में उसे लेकर ओपन करते है और फिर उसमे कुछ नहीं निकलता है। केवल आपको fraud meaning समझ आ जाता है। इस प्रकार से शातिर ठग द्वारा आपको 2 बार ठग लेता है। पुलिस केस करने पर भी इस प्रकार में फ्रॉड में कुछ हो नहीं पाता है। अतः आपकी सावधानी ही आपको बचा सकती है।  
    इसी प्रकार से दवाइयों के रूप में पार्सल में कचरा भरकर भी आपको बेच दिया जाता है। तो किसी भी प्रकार का कॉल आपके पास आता है तो खरीदारी नहीं करे और केवल आधिकारिक वेबसाइट या एप से ही सामान खरीदे।  

Fraud Case  4 (Online Parcel Fraud / Custom Duty Fraud in Post office) 

    ये एक बिलकुल नया फ्रॉड है जिसमे अधिकांश केस में आपको सीधे कोई नुकसान नहीं होता है।  इसमें आपको एक टेक्स्ट मैसेज मिलता है कि आपका एक पार्सल पोस्ट ऑफिस ने रोक दिया है। आप इस लिंक पर क्लिक कर अपनी डिटेल देकर क्लेम करे। या आपसे कस्टम ड्यूटी के नाम पर पैसे ले लिए जाते है। जबकि पोस्ट ऑफिस से आपका कोई पार्सल नहीं रोका जाता है।  यदि कस्टम ड्यूटी वाला केस है तो आपके पोस्ट ऑफिस में ही पैसा जमा करवाने के लिए बोला जायेगा और वह से रसीद भी आपको दी जाएगी।  
    इस प्रकार की लिंक पर क्लिक करने से आपकी काफी इनफार्मेशन fraudsters के पास चली जाती और वो इन्फॉर्मेशन मार्किट में बेचीं जाती है या आपको कॉल करके अन्य प्रकार के फ्रॉड करने की कोशिश की जाती है।  

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धन्यवाद 

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